नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...! नाजुक से सपने, सहेज कर ना रखो, कुछ करने की है, हिम्मत, उड़ने का हौसला रखो...!
सपने के लिये अथाह प्रयास करना ! सपने के लिये अथाह प्रयास करना !
जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...! जो आसमान आँखों में है, उसे कदमों के नीचे लाना है...!
तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते हों, तुम हो ऐसे वीर कि शिला को पिघला सकते होंहै तुम में शक्ति कि पानी में आग लगा सकते...
कहने को कुछ नही था पर समझने को बहुत कुछ था जो शायद कहने से नही समझाया जा सकता था कहने को कुछ नही था पर समझने को बहुत कुछ था जो शायद कहने से नही समझाया जा सकता था
एक बालक की जिज्ञासा है जिसमें वह अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपने अबोध मन को समझाने की कोशिश करता है... एक बालक की जिज्ञासा है जिसमें वह अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपने अबोध मन को समझ...